Day 1

 बुधवार, १० दिसंबर २०२५ 


लॉन्च | शाम ४ बजे से

गोवंडी आर्ट्स  फेस्टिवल के दूसरे एडिशन की शुरुआत में आप सबका स्वागत है!
आइए, परफ़ॉर्मेंस, फ़िल्मों, इंस्टॉलेशन और एग्ज़िबिशन की इस नई दुनिया की पहली झलक साथ में देखते हैं।
ये प्रीव्यू आपको बता देगा कि अगले ४ दिनों में नटवर पारेख कंपाउंड में क्या–क्या होने वाला है और कौन–कौन सी कहानियाँ और कलाकार आपसे मिलने आ रहे हैं।


Day 2

गुरुवार, ११ दिसंबर २०२५ 


Day 2 | पूरे दिन प्रदर्शनी | दोपहर ३ बजे से

गोवंडी के ये युवा फ़ोटोग्राफ़र अपने ही मोहल्ले के लोगों की ज़िंदगी, मेहनत, जगह-छूटने के दर्द और घर–परिवार की रोज़मर्रा की कहानियाँ अपनी तस्वीरों में उतारते हैं। ये वही कहानियाँ हैं जो वे रोज़ देखते, महसूस करते और जीते हैं।

खुली किताब | फ़ोटोग्राफ़ी एक्सहिबिशन

गोवंडी के युवा कलाकार एक साथ मिलकर आकार, रंग और पैटर्न के ज़रिये गोवंडी की रोज़मर्रा की सीधी-सादी ज़िंदगी को दिखाते हैं।

फैब्रिक ऑफ़ गोवंडी | पब्लिक आर्ट प्रदर्शनी

गोवंडी की महिलाएँ और आर्टिस्ट-इन-रेज़िडेंस की राहनुमाई में, अपनी ज़मीन, यादों और रोज़मर्रा की ज़िंदगी के टुकड़ों को साथ मिलकर सीती-जोड़ती हैं।

हर गली एक गाँव | टेक्सटाइल इंस्टॉलेशन

मॉन्स्टर्स ऑफ़ माय माइंड बगीचा | इंस्टॉलेशन

गोवंडी के बच्चे, फ़ैसिलिटेटर्स के साथ मिलकर ऐसे मॉन्स्टर बनाते हैं जो उनकी संघर्ष, तकलीफ़ों और खुशियों की कहानियाँ अपने अंदर समेटे होते हैं।

अरवाणी आर्ट्स और गोवंडी की महिलाएँ और ट्रांसजेंडर कम्युनिटी एक साथ मिलकर ऐसा आर्ट बनाती हैं जो उनकी ज़िंदगी के तजुर्बे, सपने और उनकी सामूहिक ताकत को दिखाता है।

मेहनत और मोहब्बत | इंस्टॉलेशन और म्यूरल

यह एक्सिबिशन कम्युनिटी डिज़ाइन एजेंसी के गोवंडी में होने वाले दस साल के काम को सामने लाता है, एक ऐसा सफ़र जो लोगों के साथ मिलकर, उनकी ज़रूरतों के हिसाब से विकसित हुआ है।

कम्युनिटी डिज़ाइन एजेंसी: दस सालों की एक झलक

ये एक्सहिबिशन गोवंडी के युवा फुटबॉल क्लब, फॉक्सपासर्स फुटबॉल क्लब, की कहानी दर्शाता है।

फॉक्सपासर्स 

दोस्ती और शांति का एक अंतरराष्ट्रीय संदेश लेकर लैम्पलाइटर आर्ट्स सी आई सी, एवोन इंडियन एसोसिएशन, युवा शरणार्थियों और ब्रिस्टल रिफ्यूजी आर्ट्स कलेक्टिव के साथ मिलकर बनाए गए ये लालटेन ग्लास्टनबरी फ़ेस्टिवल ग्रीनफील्ड्स की ओर से एक तोहफ़े के रूप में गोवंडी आर्ट्स फ़ेस्टिवल २०२५ को भेजे गए हैं।

लैम्पलाइटरस

Day 2 | वर्कशॉप्स | दोपहर ३ से ५ बजे 

इस वर्कशॉप के ज़रिए, देव उर्फ़ ज़िंदगी मुबारक, गोवंडी के बच्चों और युवाओं के साथ मिलकर धुनों और कविताओं में रंग भरते हैं।

ज़िंदगी मुबारक | आर्टिस्ट देव द्वारा वर्कशॉप

इन-हाउस मेंटर संस्कार सावंत और उनकी टीम द्वारा इन वर्कशॉप्स में, छोटे हों या बड़े, फ़ेस्टिवल में आने वाले सभी लोगों के लिए हर दिन एक नया वर्कशॉप होगा। स्क्रीन प्रिंटिंग, पेंट-बाय-नंबर्स, कोलाज मेकिंग और लिनो कट जैसी तकनीकों की इन वर्कशॉप्स में पार्टिसिपेंट्स दिलचस्पी से हिस्सा ले सकते हैं।

लाइव आर्ट  | होमवर्क स्टूडियो द्वारा वर्कशॉप्स

गोवंडी की आवाज़ - एक सामुदायिक रज़ाई | इंदू हरीकुमार द्वारा वर्कशॉ

इस वर्कशॉप में गोवंडी की महिलाएँ मिलकर एक खूबसूरत सामुदायिक रज़ाई बनाएंगी, ऐसा कपड़ा जो उनके सपनों, अनुभवों और अपनी आवाज़ को रंगों और टुकड़ों में समेटकर सामने लाता है।

इस वर्कशॉप में, समुदाय की महिला आर्टिस्ट्स के द्वारा इस वर्कशॉप में लोग एक साथ आते हैं और मेकअप लगाने की खूबसूरती का मज़ा लेते हैं।

मेकअप | सुरैया मंडल द्वारा वर्कशॉप

कमिंग टुगेदर: कला के ज़रिए अपनी पहचान और असर समझना | सैटरडे आर्ट क्लास द्वारा वर्कशॉप 

इस इंटरएक्टिव वर्कशॉप में हर प्रतिभागी को एक पज़ल पीस दिया जाता है, जिससे वो सोच सकें कि उनकी मौजूदगी और उनका काम अपने आसपास की दुनिया पर किस तरह असर डालता है।

Day 2 | गेम | दोपहर ३ से ५ बजे 

गोवंडी के युवा गेमिंग आर्टिस्ट, आर्टिस्ट-इन-रेज़िडेंस के साथ मिलकर ‘मोहल्ला’ नाम का गेम बना रहे हैं। मोहल्ला एक सेमी-कोऑपरेटिव, इंजन-बिल्डिंग गेम है, जिसे २ से ६ खिलाड़ी खेल सकते हैं। इसका मक़सद है “मेरा” और “हमारा” के बीच सही संतुलन ढूँढना।

मोहल्ला

Day 2 | फिल्म स्क्रीनिंग | दोपहर ३:३० से ६ बजे

डायरेक्टर आसिफ अकबर इस फ़िल्म में गोवंडी की गलियों से निकली रैपर और हमारी अपनी रैप और म्यूज़िक मेंटर, सानिया एम क्यू की आवाज़, सफ़र और कला की ताक़त को सामने लाते हुए उनकी कहानी को कैद करते हैं।

रेज़ द वॉल्यूम | 3pm

ALT EFF लेकर आ रहा है भारत और दुनिया की जलवायु कहानियाँ, जहाँ पुनर्जीवन, संघर्ष, संकट और उम्मीद एक साथ सामने आते हैं। आइए, इन अनसुनी कहानियों का हिस्सा बनें।

ALT EFF | 4:30pm

Day 2 | परफॉरमेंस | शाम ६ से ९:30 बजे

देव के साथ जुड़िए ज़िंदगी मुबारक की दुनिया में — एक ऐसी मुहिम, जहाँ प्यार, म्यूज़िक और सोशल चेंज साथ आते हैं।

ज़िंदगी मुबारक | 6pm

ओपन माइक | 6:30pm

एक खुली जगह जहाँ कोई भी आए और अपना टैलेंट सबके साथ शेयर कर सके। 

2025 के रैप मेंटरशिप प्रोग्राम से उभरकर आए ये छह नए रैपर्स अपनी बात ज़ोरदार अंदाज़ में रखते हुए, एक-एक बीट पर अपनी लाइनों से सबका ध्यान खींचतने आ रहें हैं।

आइकोनिक G | 7:30pm

जंगल असेंबली | 8:30pm

जंगल असेंबली एक ऐसा साउंड कलेक्टिव है जो प्रकृति और अपने आस-पास की हर चीज़ से प्रेरणा लेता है।


Day 3

शुक्रवार, १२ दिसंबर, २०२५


Day 3 | पूरे दिन प्रदर्शनी |  दोपहर ३ बजे से

गोवंडी के ये युवा फ़ोटोग्राफ़र अपने ही मोहल्ले के लोगों की ज़िंदगी, मेहनत, जगह-छूटने के दर्द और घर–परिवार की रोज़मर्रा की कहानियाँ अपनी तस्वीरों में उतारते हैं। ये वही कहानियाँ हैं जो वे रोज़ देखते, महसूस करते और जीते हैं।

खुली किताब | फ़ोटोग्राफ़ी एक्सहिबिशन

गोवंडी के युवा कलाकार एक साथ मिलकर आकार, रंग और पैटर्न के ज़रिये गोवंडी की रोज़मर्रा की सीधी-सादी ज़िंदगी को दिखाते हैं।

फैब्रिक ऑफ़ गोवंडी | पब्लिक आर्ट प्रदर्शनी

गोवंडी की महिलाएँ और आर्टिस्ट-इन-रेज़िडेंस की राहनुमाई में, अपनी ज़मीन, यादों और रोज़मर्रा की ज़िंदगी के टुकड़ों को साथ मिलकर सीती-जोड़ती हैं।

हर गली एक गाँव | टेक्सटाइल इंस्टॉलेशन

गोवंडी के बच्चे, फ़ैसिलिटेटर्स के साथ मिलकर ऐसे मॉन्स्टर बनाते हैं जो उनकी संघर्ष, तकलीफ़ों और खुशियों की कहानियाँ अपने अंदर समेटे होते हैं।

मॉन्स्टर्स ऑफ़ माय माइंड बगीचा | इंस्टॉलेशन

अरवाणी आर्ट्स और गोवंडी की महिलाएँ और ट्रांसजेंडर कम्युनिटी एक साथ मिलकर ऐसा आर्ट बनाती हैं जो उनकी ज़िंदगी के तजुर्बे, सपने और उनकी सामूहिक ताकत को दिखाता है।

मेहनत और मोहब्बत | इंस्टॉलेशन और म्यूरल

यह एक्सिबिशन कम्युनिटी डिज़ाइन एजेंसी के गोवंडी में होने वाले दस साल के काम को सामने लाता है, एक ऐसा सफ़र जो लोगों के साथ मिलकर, उनकी ज़रूरतों के हिसाब से विकसित हुआ है।

कम्युनिटी डिज़ाइन एजेंसी: दस सालों की एक झलक

फॉक्सपासर्स 

ये एक्सहिबिशन गोवंडी के युवा फुटबॉल क्लब, फॉक्सपासर्स फुटबॉल क्लब, की कहानी दर्शाता है।

दोस्ती और शांति का एक अंतरराष्ट्रीय संदेश लेकर लैम्पलाइटर आर्ट्स सी आई सी, एवोन इंडियन एसोसिएशन, युवा शरणार्थियों और ब्रिस्टल रिफ्यूजी आर्ट्स कलेक्टिव के साथ मिलकर बनाए गए ये लालटेन ग्लास्टनबरी फ़ेस्टिवल ग्रीनफील्ड्स की ओर से एक तोहफ़े के रूप में गोवंडी आर्ट्स फ़ेस्टिवल २०२५ को भेजे गए हैं।

लैम्पलाइटरस

Day 3 | वर्कशॉप्स | दोपहर ३ से ५ बजे 

इस वर्कशॉप के ज़रिए, देव उर्फ़ ज़िंदगी मुबारक, गोवंडी के बच्चों और युवाओं के साथ मिलकर धुनों और कविताओं में रंग भरते हैं।

ज़िंदगी मुबारक | आर्टिस्ट देव द्वारा वर्कशॉप

इन-हाउस मेंटर संस्कार सावंत और उनकी टीम द्वारा इन वर्कशॉप्स में, छोटे हों या बड़े, फ़ेस्टिवल में आने वाले सभी लोगों के लिए हर दिन एक नया वर्कशॉप होगा। स्क्रीन प्रिंटिंग, पेंट-बाय-नंबर्स, कोलाज मेकिंग और लिनो कट जैसी तकनीकों की इन वर्कशॉप्स में पार्टिसिपेंट्स दिलचस्पी से हिस्सा ले सकते हैं।

लाइव आर्ट  | होमवर्क स्टूडियो द्वारा वर्कशॉप्स

गोवंडी की आवाज़ - एक सामुदायिक रज़ाई | इंदू हरीकुमार द्वारा वर्कशॉ

इस वर्कशॉप में गोवंडी की महिलाएँ मिलकर एक खूबसूरत सामुदायिक रज़ाई बनाएंगी, ऐसा कपड़ा जो उनके सपनों, अनुभवों और अपनी आवाज़ को रंगों और टुकड़ों में समेटकर सामने लाता है।

मेकअप | सुरैया मंडल द्वारा वर्कशॉप

इस वर्कशॉप में, समुदाय की महिला आर्टिस्ट्स के द्वारा इस वर्कशॉप में लोग एक साथ आते हैं और मेकअप लगाने की खूबसूरती का मज़ा लेते हैं।

क्ले-इन-फेसेस | राशी जैन, स्टूडियो करवा द्वारा वर्कशॉप | 4pm - 6pm

स्पर्श और अभिव्यक्ति के ज़रिए समझ बढ़ाते हुए, प्रतिभागी मिट्टी से मास्क बनाएंगे और अपने हाथों में धरती और उसके तत्वों के बारे में बात करेंगे।

‘झोन्स ऑफ़ मी’, कला द्वारा भावनाओं का अन्वेषण | स्लैम आउट लाउड द्वारा वर्कशॉप

"ज़ोन्स ऑफ़ रेगुलेशन" फ्रेमवर्क से प्रेरित इस वर्कशॉप में, स्लैम आउट लाउड की टीम बच्चों और युवाओं को रंग, टेक्स्चर और मिक्स्ड मीडिया के द्वारा अपनी भावनाओं को पहचानने और आसानी से व्यक्त करने के मज़ेदार तरीके सिखाती है।

Day 3 | गेम | दोपहर ३ से ५ बजे 

गोवंडी के युवा गेमिंग आर्टिस्ट, आर्टिस्ट-इन-रेज़िडेंस के साथ मिलकर ‘मोहल्ला’ नाम का गेम बना रहे हैं। मोहल्ला एक सेमी-कोऑपरेटिव, इंजन-बिल्डिंग गेम है, जिसे २ से ६ खिलाड़ी खेल सकते हैं। इसका मक़सद है “मेरा” और “हमारा” के बीच सही संतुलन ढूँढना।

मोहल्ला

Day 3 | पैनल डिस्कशन | ३ से ४ बजे 

अर्बन परिधियाँ और केयर, क्लाइमेट और कम्युनिटी की राजनीति

मॉडरेटर: वाणी हेरलेकर (Founder, City Collab)

पैनलिस्ट: जल्द घोषित किए जाएँगे

यह पैनल डिस्कशन उन प्रैक्टिशनर्स को एक साथ लाता है जो मुंबई के एम् /ईस्ट वार्ड या नैटवर पारेख जैसे इलाकों में काम करते हैं - जहाँ सेहत, शहरी विकास और क्लाइमेट रेज़िलिएंस जैसे मुद्दे आपस में गहराई से जुड़े हुए हैं। यह बातचीत इस बात पर रोशनी डालती है कि इन टकराती चुनौतियों के बीच काम करने का असल मतलब क्या होता है।

Day 3 | फिल्म स्क्रीनिंग | शाम ४ से ७ बजे 

ALT EFF लेकर आ रहा है भारत और दुनिया की जलवायु कहानियाँ, जहाँ पुनर्जीवन, संघर्ष, संकट और उम्मीद एक साथ सामने आते हैं। आइए, इन अनसुनी कहानियों का हिस्सा बनें।

ALT EFF | 4-5:30pm

गोवंडी के युवा फिल्म कलाकार अपने कैमरे के ज़रिए वे समाज में चल रही आम धारणाओं को चुनौती देते हैं और सपनों, पहचान, जेंडर-आधारित हिंसा, और जगहों से हमारे रिश्ते-- जैसी कहानियों को फिल्म के जरिए बताने की कोशिश करते हैं।

हमारे २०२५ के फिल्म कला मेंटरशिप के युवा कलाकार अपने फिल्मों की प्रेरणाओं और कल्पनाओं को शेयर करेंगे।

पहचान | 5:30-6:30pm

गटर की मछली एक ऐनिमेशन फ़िल्म है जो गोवंडी, मुंबई की एक पुनर्वास कॉलोनी के बच्चों, युवाओं और महिलाओं की आवाज़ों को जोड़ती है। उनकी ड्रॉइंग्स और कविताओं के ज़रिए यह फ़िल्म जलवायु बदलाव के उनके अनुभवों को बोलने, दिखाने और उनकी अपनी नज़र से समझाने की कोशिश करती है।

गटर की मछली | 6:30pm

Day 3 | पर्फॉर्मन्सेस | शाम ७ से १० बजे 

 स्लैम आउट लाउड - कविता और म्यूजिकल परफॉरमेंस  | 7pm

 स्लैम आउट लाउड के बच्चे खुदकी लिखी कविताएँ परफॉर्म करेंगे।

कॉमेडी, इम्प्रोवाइज़ेशन और हल्के-फुल्के बढ़े-चढ़े एक्टिंग के अंदाज़ के ज़रिये, हमारे युवा क्लाउनिंग आर्टिस्ट, आर्टिस्ट-इन-रेज़िडेंस के साथ मिलकर ऐसा प्रदर्शन करते हैं जो एक दयालु और न्यायपूर्ण दुनिया की वकालत करता है। 

गोवंडी बोलता है “मैं हूँ” | 7:30pm

श्रेयस मनोहर लेकर आ रहे हैं छोटे-बड़े सभी को भाने वाली और पहुंचने वाली कॉमेडी चन्द्रिका रओ,तरंग हार्डिकर और अदित्य गुण्डेति के साथ।

स्टैंडप कॉमेडी | 8pm

हमारे रप्पेर्स मंच शेयर करेंगे कोड ४३ के साथ जो पहली बार हमारे 2023 वाले फेस्टिवल से उभरा था। कोड४३ फिर एक बार अपने ही मोहल्ले की ज़मीन पर स्टेज हिलायेगा, कुछ पुराने हिट्स के साथ और इस बार के फेस्टिवल के लिए ख़ास तौर से तैयार किया हुआ एक नया सेट लेकर!

कोड ४३ फीट. आइकोनिक G | 9pm


Day 4

शनिवार, १३ दिसंबर, २०२५ 


Day 4 | पूरे दिन प्रदर्शनी | दोपहर ३ बजे से

गोवंडी के ये युवा फ़ोटोग्राफ़र अपने ही मोहल्ले के लोगों की ज़िंदगी, मेहनत, जगह-छूटने के दर्द और घर–परिवार की रोज़मर्रा की कहानियाँ अपनी तस्वीरों में उतारते हैं। ये वही कहानियाँ हैं जो वे रोज़ देखते, महसूस करते और जीते हैं।

खुली किताब | फ़ोटोग्राफ़ी एक्सहिबिशन

गोवंडी के युवा कलाकार एक साथ मिलकर आकार, रंग और पैटर्न के ज़रिये गोवंडी की रोज़मर्रा की सीधी-सादी ज़िंदगी को दिखाते हैं।

फैब्रिक ऑफ़ गोवंडी | पब्लिक आर्ट प्रदर्शनी

गोवंडी की महिलाएँ और आर्टिस्ट-इन-रेज़िडेंस की राहनुमाई में, अपनी ज़मीन, यादों और रोज़मर्रा की ज़िंदगी के टुकड़ों को साथ मिलकर सीती-जोड़ती हैं।

हर गली एक गाँव | टेक्सटाइल इंस्टॉलेशन

गोवंडी के बच्चे, फ़ैसिलिटेटर्स के साथ मिलकर ऐसे मॉन्स्टर बनाते हैं जो उनकी संघर्ष, तकलीफ़ों और खुशियों की कहानियाँ अपने अंदर समेटे होते हैं।

मॉन्स्टर्स ऑफ़ माय माइंड बगीचा | इंस्टॉलेशन

अरवाणी आर्ट्स और गोवंडी की महिलाएँ और ट्रांसजेंडर कम्युनिटी एक साथ मिलकर ऐसा आर्ट बनाती हैं जो उनकी ज़िंदगी के तजुर्बे, सपने और उनकी सामूहिक ताकत को दिखाता है।

मेहनत और मोहब्बत | इंस्टॉलेशन और म्यूरल

यह एक्सिबिशन कम्युनिटी डिज़ाइन एजेंसी के गोवंडी में होने वाले दस साल के काम को सामने लाता है, एक ऐसा सफ़र जो लोगों के साथ मिलकर, उनकी ज़रूरतों के हिसाब से विकसित हुआ है।

कम्युनिटी डिज़ाइन एजेंसी: दस सालों की एक झलक

फॉक्सपासर्स 

ये एक्सहिबिशन गोवंडी के युवा फुटबॉल क्लब, फॉक्सपासर्स फुटबॉल क्लब, की कहानी दर्शाता है।

दोस्ती और शांति का एक अंतरराष्ट्रीय संदेश लेकर लैम्पलाइटर आर्ट्स सी आई सी, एवोन इंडियन एसोसिएशन, युवा शरणार्थियों और ब्रिस्टल रिफ्यूजी आर्ट्स कलेक्टिव के साथ मिलकर बनाए गए ये लालटेन ग्लास्टनबरी फ़ेस्टिवल ग्रीनफील्ड्स की ओर से एक तोहफ़े के रूप में गोवंडी आर्ट्स फ़ेस्टिवल २०२५ को भेजे गए हैं।

लैम्पलाइटरस

Day 4 | वर्कशॉप्स | दोपहर ३ से ५ बजे 

इस वर्कशॉप के ज़रिए, देव उर्फ़ ज़िंदगी मुबारक, गोवंडी के बच्चों और युवाओं के साथ मिलकर धुनों और कविताओं में रंग भरते हैं।

ज़िंदगी मुबारक | आर्टिस्ट देव द्वारा वर्कशॉप

इन-हाउस मेंटर संस्कार सावंत और उनकी टीम द्वारा इन वर्कशॉप्स में, छोटे हों या बड़े, फ़ेस्टिवल में आने वाले सभी लोगों के लिए हर दिन एक नया वर्कशॉप होगा। स्क्रीन प्रिंटिंग, पेंट-बाय-नंबर्स, कोलाज मेकिंग और लिनो कट जैसी तकनीकों की इन वर्कशॉप्स में पार्टिसिपेंट्स दिलचस्पी से हिस्सा ले सकते हैं।

लाइव आर्ट  | होमवर्क स्टूडियो द्वारा वर्कशॉप्स

इस वर्कशॉप में गोवंडी की महिलाएँ मिलकर एक खूबसूरत सामुदायिक रज़ाई बनाएंगी, ऐसा कपड़ा जो उनके सपनों, अनुभवों और अपनी आवाज़ को रंगों और टुकड़ों में समेटकर सामने लाता है।

मेहेंदी | जैबा शैख़ और बुशरा क़ादरी द्वारा वर्कशॉप 

गोवंडी की आवाज़ - एक सामुदायिक रज़ाई | इंदू हरीकुमार द्वारा वर्कशॉ

इस वर्कशॉप में, समुदाय की महिला आर्टिस्ट्स के द्वारा इस वर्कशॉप में लोग एक साथ आते हैं और मेहंदी लगाने की खूबसूरती का मज़ा लेते हैं।

‘झोन्स ऑफ़ मी’, कला द्वारा भावनाओं का अन्वेषण | स्लैम आउट लाउड द्वारा वर्कशॉप

"ज़ोन्स ऑफ़ रेगुलेशन" फ्रेमवर्क से प्रेरित इस वर्कशॉप में, स्लैम आउट लाउड की टीम बच्चों और युवाओं को रंग, टेक्स्चर और मिक्स्ड मीडिया के द्वारा अपनी भावनाओं को पहचानने और आसानी से व्यक्त करने के मज़ेदार तरीके सिखाती है।

इस वर्कशॉप में आप अपने खाने से जुड़ी यादें और कहानियाँ शेयर कर सकते हैं, और उन्हें अलग–अलग मुलायम और मज़ेदार चीज़ों जैसे कपड़े, ऊन, रंग और पेन की मदद से क्रिएटिव तरीके से ज़ाहिर कर सकते हैं। यह एक खुली, आरामदायक जगह है जहाँ हर कहानी की अपनी खुशबू और रंग है।

फ़ूड स्टोरीज फ्लोट | श्रुति गावकर द्वारा वर्कशॉप 

यह वर्कशॉप जलवायु परिवर्तन को हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी से जोड़कर समझने में मदद करेगी। प्रतिभागी अपने अनुभवों पर विचार कर सकेंगे और सरल, समझ में आने वाले शब्द सीखकर जलवायु परिवर्तन के बारे में बात कर पाएँगे।

क्लाइमेट कंपास | सुदेबी द्वारा वर्कशॉप 

Day 4 | गेम | दोपहर ३ से ५ बजे 

गोवंडी के युवा गेमिंग आर्टिस्ट, आर्टिस्ट-इन-रेज़िडेंस के साथ मिलकर ‘मोहल्ला’ नाम का गेम बना रहे हैं। मोहल्ला एक सेमी-कोऑपरेटिव, इंजन-बिल्डिंग गेम है, जिसे २ से ६ खिलाड़ी खेल सकते हैं। इसका मक़सद है “मेरा” और “हमारा” के बीच सही संतुलन ढूँढना।

मोहल्ला

Day 4 | फिल्म स्क्रीनिंग | ३:३० से ४:३० बजे 

नगरी फ़िल्म प्रतियोगिता इस साल अपनी दमदार लाइव-एक्शन डॉक्यूमेंटरी फ़िल्में लेकर नटवर पारेख कम्पाउंड आ रही है! यह एक वार्षिक प्रतियोगिता है, जहाँ फ़िल्ममेकरों को ऐसे फ़िल्में बनाने के लिए दिशा और सपोर्ट दिया जाता है जो भारत के शहरों से जुड़ी शहरी समस्याओं पर रोशनी डालती हैं। नगरी का मक़सद शहर को एक बायोस्कोप की तरह देखना है—इस नज़रिए से हम शहर की अलग-अलग स्थितियों को समझते हैं और शहरी मुद्दों पर बातचीत शुरू करते हैं।

नगरी फ़िल्म प्रतियोगिता | 3:30pm

Day 4 | परफॉरमेंस | शाम ५ से ९ बजे 

कदम रखिए एक ऐसी दुनिया में जहाँ बीट्स हिम्मत बन जाती हैं और म्यूज़िक उम्मीद। धरावी के युवा कलाकारों की सच्ची, दमदार कहानियाँ महसूस कीजिए जहाँ वो रैप करते हैं, डांस करते हैं और अपने कल को ख़ूबसूरत बनाने का सपना देखते हैं।

धारावी ड्रीम्स | 5pm

गोवंडी के युवा जब थिएटर, ह्यूमर और रैप को मिलाकर अपनी कहानी को मंच पर लाते हैं, तो ड्रामा अपने आप खुलकर सामने आता है। आइए, उनकी आवाज़, उनकी नज़र और उनकी दुनिया को करीब से देखें।

गोवंडी के सुपरहीरोज | 7pm

2025 के रैप मेंटरशिप प्रोग्राम से उभरकर आए ये छह नए रैपर्स अपनी बात ज़ोरदार अंदाज़ में रखते हुए, एक-एक बीट पर अपनी लाइनों से सबका ध्यान खींचतने आ रहें हैं।

आइकोनिक G | 8pm

कोड ४३, जो पहली बार हमारे 2023 वाले फेस्टिवल से उभरा था, फिर एक बार अपने ही मोहल्ले की ज़मीन पर स्टेज हिलायेगा, कुछ पुराने हिट्स के साथ और इस बार के फेस्टिवल के लिए ख़ास तौर से तैयार किया हुआ एक नया सेट लेकर!

कोड ४३ | 9pm


Day 5

 रविवार, १४ दिसंबर, २०२५ 


Day 5 | पूरे दिन प्रदर्शनी | दोपहर ३ बजे से

गोवंडी के ये युवा फ़ोटोग्राफ़र अपने ही मोहल्ले के लोगों की ज़िंदगी, मेहनत, जगह-छूटने के दर्द और घर–परिवार की रोज़मर्रा की कहानियाँ अपनी तस्वीरों में उतारते हैं। ये वही कहानियाँ हैं जो वे रोज़ देखते, महसूस करते और जीते हैं।

खुली किताब | फ़ोटोग्राफ़ी एक्सहिबिशन

गोवंडी के युवा कलाकार एक साथ मिलकर आकार, रंग और पैटर्न के ज़रिये गोवंडी की रोज़मर्रा की सीधी-सादी ज़िंदगी को दिखाते हैं।

फैब्रिक ऑफ़ गोवंडी | पब्लिक आर्ट प्रदर्शनी

गोवंडी की महिलाएँ और आर्टिस्ट-इन-रेज़िडेंस की राहनुमाई में, अपनी ज़मीन, यादों और रोज़मर्रा की ज़िंदगी के टुकड़ों को साथ मिलकर सीती-जोड़ती हैं।

हर गली एक गाँव | टेक्सटाइल इंस्टॉलेशन

गोवंडी के बच्चे, फ़ैसिलिटेटर्स के साथ मिलकर ऐसे मॉन्स्टर बनाते हैं जो उनकी संघर्ष, तकलीफ़ों और खुशियों की कहानियाँ अपने अंदर समेटे होते हैं।

मॉन्स्टर्स ऑफ़ माय माइंड बगीचा | इंस्टॉलेशन

अरवाणी आर्ट्स और गोवंडी की महिलाएँ और ट्रांसजेंडर कम्युनिटी एक साथ मिलकर ऐसा आर्ट बनाती हैं जो उनकी ज़िंदगी के तजुर्बे, सपने और उनकी सामूहिक ताकत को दिखाता है।

मेहनत और मोहब्बत | इंस्टॉलेशन और म्यूरल

यह एक्सिबिशन कम्युनिटी डिज़ाइन एजेंसी के गोवंडी में होने वाले दस साल के काम को सामने लाता है, एक ऐसा सफ़र जो लोगों के साथ मिलकर, उनकी ज़रूरतों के हिसाब से विकसित हुआ है।

कम्युनिटी डिज़ाइन एजेंसी: दस सालों की एक झलक

फॉक्सपासर्स 

ये एक्सहिबिशन गोवंडी के युवा फुटबॉल क्लब, फॉक्सपासर्स फुटबॉल क्लब, की कहानी दर्शाता है।

दोस्ती और शांति का एक अंतरराष्ट्रीय संदेश लेकर लैम्पलाइटर आर्ट्स सी आई सी, एवोन इंडियन एसोसिएशन, युवा शरणार्थियों और ब्रिस्टल रिफ्यूजी आर्ट्स कलेक्टिव के साथ मिलकर बनाए गए ये लालटेन ग्लास्टनबरी फ़ेस्टिवल ग्रीनफील्ड्स की ओर से एक तोहफ़े के रूप में गोवंडी आर्ट्स फ़ेस्टिवल २०२५ को भेजे गए हैं।

लैम्पलाइटरस

Day 5 | वर्कशॉप्स | दोपहर ३ से ५ बजे 

इस वर्कशॉप के ज़रिए, देव उर्फ़ ज़िंदगी मुबारक, गोवंडी के बच्चों और युवाओं के साथ मिलकर धुनों और कविताओं में रंग भरते हैं।

ज़िंदगी मुबारक | आर्टिस्ट देव द्वारा वर्कशॉप

इन-हाउस मेंटर संस्कार सावंत और उनकी टीम द्वारा इन वर्कशॉप्स में, छोटे हों या बड़े, फ़ेस्टिवल में आने वाले सभी लोगों के लिए हर दिन एक नया वर्कशॉप होगा। स्क्रीन प्रिंटिंग, पेंट-बाय-नंबर्स, कोलाज मेकिंग और लिनो कट जैसी तकनीकों की इन वर्कशॉप्स में पार्टिसिपेंट्स दिलचस्पी से हिस्सा ले सकते हैं।

लाइव आर्ट  | होमवर्क स्टूडियो द्वारा वर्कशॉप्स

गोवंडी की आवाज़ - एक सामुदायिक रज़ाई | इंदू हरीकुमार द्वारा वर्कशॉ

इस वर्कशॉप में गोवंडी की महिलाएँ मिलकर एक खूबसूरत सामुदायिक रज़ाई बनाएंगी, ऐसा कपड़ा जो उनके सपनों, अनुभवों और अपनी आवाज़ को रंगों और टुकड़ों में समेटकर सामने लाता है।

इस वर्कशॉप में, समुदाय की महिला आर्टिस्ट्स के द्वारा इस वर्कशॉप में लोग एक साथ आते हैं और मेहंदी लगाने की खूबसूरती का मज़ा लेते हैं।

मेहेंदी | जैबा शैख़ और बुशरा क़ादरी द्वारा वर्कशॉप 

इस वर्कशॉप में आप अपने खाने से जुड़ी यादें और कहानियाँ शेयर कर सकते हैं, और उन्हें अलग–अलग मुलायम और मज़ेदार चीज़ों जैसे कपड़े, ऊन, रंग और पेन की मदद से क्रिएटिव तरीके से ज़ाहिर कर सकते हैं। यह एक खुली, आरामदायक जगह है जहाँ हर कहानी की अपनी खुशबू और रंग है।

फ़ूड स्टोरीज फ्लोट | श्रुति गावकर द्वारा वर्कशॉप 

Day 5 | गेम | दोपहर ३ से ५ बजे 

गोवंडी के युवा गेमिंग आर्टिस्ट, आर्टिस्ट-इन-रेज़िडेंस के साथ मिलकर ‘मोहल्ला’ नाम का गेम बना रहे हैं। मोहल्ला एक सेमी-कोऑपरेटिव, इंजन-बिल्डिंग गेम है, जिसे २ से ६ खिलाड़ी खेल सकते हैं। इसका मक़सद है “मेरा” और “हमारा” के बीच सही संतुलन ढूँढना।

मोहल्ला

Day 5 | फिल्म स्क्रीनिंग | ४ से 5 बजे 

गोवंडी के युवा फिल्म कलाकार अपने कैमरे के ज़रिए वे समाज में चल रही आम धारणाओं को चुनौती देते हैं और सपनों, पहचान, जेंडर-आधारित हिंसा, और जगहों से हमारे रिश्ते-- जैसी कहानियों को फिल्म के जरिए बताने की कोशिश करते हैं।


पहचान

गटर की मछली एक ऐनिमेशन फ़िल्म है जो गोवंडी, मुंबई की एक पुनर्वास कॉलोनी के बच्चों, युवाओं और महिलाओं की आवाज़ों को जोड़ती है। उनकी ड्रॉइंग्स और कविताओं के ज़रिए यह फ़िल्म जलवायु बदलाव के उनके अनुभवों को बोलने, दिखाने और उनकी अपनी नज़र से समझाने की कोशिश करती है।

गटर की मछली

Day 5 | परफॉरमेंस | शाम ५ से 10 

कॉमेडी, इम्प्रोवाइज़ेशन और हल्के-फुल्के बढ़े-चढ़े एक्टिंग के अंदाज़ के ज़रिये, हमारे युवा क्लाउनिंग आर्टिस्ट, आर्टिस्ट-इन-रेज़िडेंस के साथ मिलकर ऐसा प्रदर्शन करते हैं जो एक दयालु और न्यायपूर्ण दुनिया की वकालत करता है। 

गोवंडी बोलता है “मैं हूँ” | 5pm

गोवंडी के युवा जब थिएटर, ह्यूमर और रैप को मिलाकर अपनी कहानी को मंच पर लाते हैं, तो ड्रामा अपने आप खुलकर सामने आता है। आइए, उनकी आवाज़, उनकी नज़र और उनकी दुनिया को करीब से देखें।

गोवंडी के सुपरहीरोज | 6pm

2025 के रैप मेंटरशिप प्रोग्राम से उभरकर आए ये छह नए रैपर्स अपनी बात ज़ोरदार अंदाज़ में रखते हुए, एक-एक बीट पर अपनी लाइनों से सबका ध्यान खींचतने आ रहें हैं।

आइकोनिक G | 7pm

MTV हसल पर अपनी मेलोडिक बीटबॉक्सिंग से मशहूर एक इंटरनेट सेंसेशन, दानिश, जो हमारे २०२५ के रैप और म्यूजिक मेंटरशिप के मेंटर भी हैं, अपनी रैप, शायरी और गानों से पूरे माहौल को झूमने पर मजबूर कर देंगे।

दानिश द्वारा रैप परफॉर्मन्स | 8pm

DRJ सोहेल द्वारा DJ सेट | 9pm

हमारे अपने रैप और म्यूजिक के मेंटर और म्यूज़िक प्रोड्यूसर, DRJ सोहेल अपनी धमाकेदार बीट्स के साथ फेस्टिवल का शानदार अंत करेंगे!